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करोल बाग अग्निकांड: विशाल मेगा मार्ट में लगी भीषण आग, दमकल की 13 गाड़ियां काबू पाने में जुटीं

करोल बाग अग्निकांड: विशाल मेगा मार्ट में लगी भीषण आग, दमकल की 13 गाड़ियां काबू पाने में जुटीं

नई दिल्ली, 4 जुलाई 2025: राजधानी दिल्ली के करोल बाग क्षेत्र में स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम भीषण आग लग गई। यह घटना उस समय हुई जब दुकान में ग्राहकों की भीड़ मौजूद थी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी में व्यस्त थे। आग की खबर मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई और चारों ओर धुआं फैल गया।

दमकल विभाग को शाम करीब 6:44 बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद तत्काल 13 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग इमारत की दूसरी मंजिल से शुरू हुई और देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। हालांकि आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए राहत कार्य में कठिनाई आ रही है।

आग कैसे लगी? प्रारंभिक जानकारी

प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। मार्ट की दूसरी मंजिल पर बिजली के तारों में चिंगारी उठी और कुछ ही मिनटों में आग ने तेजी से फैलाव शुरू कर दिया। इमारत में मौजूद कपड़ों, प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्नीचर जैसे ज्वलनशील सामग्रियों के कारण आग ने भयंकर रूप ले लिया।

कुछ चश्मदीदों का कहना है कि एक छोटी सी चिंगारी अचानक जलती नजर आई, और उससे कुछ ही मिनटों में धुएं का गुबार चारों ओर फैल गया। बिजली सप्लाई बंद होते ही अफरा-तफरी मच गई और लोग भागने लगे।

इमारत की संरचना और जोखिम

विशाल मेगा मार्ट की यह इमारत चार मंजिला है। इसमें बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट, सेकंड और थर्ड फ्लोर शामिल हैं। हर फ्लोर पर अलग-अलग सेक्शन हैं, जिनमें कपड़े, घरेलू सामान, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, और किराने का सामान बिकता है।

इमारत में पर्याप्त अग्नि सुरक्षा उपकरण नहीं थे, जिसकी वजह से आग पर शुरूआत में काबू पाना बेहद मुश्किल साबित हुआ। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि फायर अलार्म सिस्टम तो था, लेकिन वह ठीक से काम नहीं कर रहा था। इसके चलते लोगों को समय पर सतर्क नहीं किया जा सका।

दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई

दमकल विभाग की 13 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया। फायर ब्रिगेड के अधिकारी राजीव शर्मा ने बताया कि “आग पर काबू पाना मुश्किल है क्योंकि चार मंजिला इमारत में कपड़े और प्लास्टिक का भंडार है। हमने अतिरिक्त फोर्स को भी बुलाया है और आसपास के इलाकों को खाली करा दिया गया है।”

दमकलकर्मियों को आग बुझाने में दम घुटने जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ा। धुएं के कारण ऑक्सीजन की कमी हो गई और विशेष मास्क की मदद से कर्मियों को अंदर भेजा गया।

पुलिस और प्रशासन की भूमिका

दिल्ली पुलिस भी तुरंत हरकत में आई। करोल बाग थाना प्रभारी ने बताया कि लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आग के फैलाव को देखते हुए पास की इमारतों को भी खाली कराया गया है।

इसके साथ ही एक व्यक्ति के लापता होने की खबर भी सामने आई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं कि कहीं कोई व्यक्ति इमारत में फंसा तो नहीं है।

घायलों की संख्या और बचाव कार्य

अब तक की जानकारी के अनुसार, इस हादसे में कोई गंभीर घायल नहीं हुआ है। हालांकि कुछ लोग धुएं के कारण बेहोश हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है।

बचाव दल में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम भी शामिल हो गई है। वे सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं और थर्मल इमेजिंग कैमरों की मदद से अंदर फंसे लोगों को खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

व्यापारी वर्ग में रोष

इस घटना के बाद इलाके के व्यापारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि सरकार को ऐसी बड़ी दुकानों के लिए अग्नि सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करवाना चाहिए। एक दुकानदार ने कहा, “हमने कई बार इमारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए थे, लेकिन कभी कोई सुनवाई नहीं हुई। आज नतीजा सबके सामने है।”

प्रशासन की प्रतिक्रिया

दिल्ली सरकार की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय ने हादसे पर दुख जताया है और प्रशासन को तुरंत राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हम घटना की गंभीरता से जांच करवा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो भी घायल हैं, उन्हें हरसंभव सहायता दी जाएगी।”

भविष्य की तैयारी और सबक

यह हादसा एक चेतावनी है कि दिल्ली जैसे महानगर में आग से सुरक्षा को लेकर कितनी लापरवाही की जा रही है। बड़े-बड़े मॉल और मार्ट अग्नि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं, जो कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए फायर सेफ्टी ड्रिल, उपकरणों की नियमित जांच, कर्मचारियों को प्रशिक्षण और सीसीटीवी निगरानी अनिवार्य होनी चाहिए।

जनता की भूमिका

आम जनता को भी इस हादसे से सीख लेनी चाहिए कि किसी भी दुकान, मॉल या सार्वजनिक स्थल में प्रवेश करने से पहले वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर जरूर डालें। अगर कोई खामी नजर आए, तो उसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। साथ ही, आपात स्थिति में संयम बनाए रखें और निकलने के सुरक्षित मार्गों को पहले से पहचानें।

निष्कर्ष

दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में लगी भीषण आग एक गंभीर चेतावनी है। जहां एक ओर यह राहत की बात है कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, वहीं दूसरी ओर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या हमारी शहरी व्यवस्थाएं इतनी लापरवाह हो सकती हैं?

इस हादसे के बाद जरूरी है कि सरकार, प्रशासन और आम जनता मिलकर ऐसी घटनाओं से सीख लें और अग्नि सुरक्षा को प्राथमिकता दें। तभी जाकर भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सकेगा।

लेखक का नोट: यह लेख स्वतंत्र रूप से समाचार रिपोर्टिंग के उद्देश्य से लिखा गया है और इसमें दी गई जानकारी विभिन्न विश्वसनीय सूत्रों जैसे ABP News, Hindustan, ThePrint आदि पर आधारित है। यह लेख पूर्णत: कॉपीराइट-फ्री है और आप इसे अपनी वेबसाइट, ब्लॉग, या समाचार पोर्टल पर बिना अनुमति उपयोग कर सकते हैं।

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